कुरुक्षेत्र में तीर्थ स्थलों के विकास पर खर्च किए जा रहे 250 करोड़ रुपये
चंडीगढ़, 24 जून (khabarkhass bureau)
हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह ने आज संपूर्ण मंत्रिमंडल और विधायकों के साथ अयोध्या में श्री रामलला के दर्शन किए और प्रदेशवासियों के सुख व समृद्धि की कामना की।
श्री नायब सिंह ने चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि श्री रामलला अयोध्या में विराजमान हुए हैं और हमें उनके दर्शन करने का मौका मिला है, यह हम सभी के लिए सौभाग्य की बात है। बड़ी संख्या में लोग श्री रामलला के दर्शन करने अयोध्या जा रहे हैं।
तीर्थ स्थलों के दर्शन के लिए चलाई जा रही मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना
श्री नायब सिंह ने कहा कि हरियाणा में तीर्थ स्थलों का भ्रमण करने के इच्छुक लोगों के लिए प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना चलाई है, जिसके तहत अब लोगों को तीर्थ स्थलों का भ्रमण करवाया जा रहा है। इसी कड़ी में सरकार ने श्रमिकों को भी मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना का लाभ देने का निर्णय लिया है और विभाग के अधिकारियों को इस संबंध में योजना बनाने के निर्देश दिए गए हैं।
कुरुक्षेत्र में तीर्थ स्थलों के विकास पर खर्च किए जा रहे 250 करोड़ रुपये
मुख्यमंत्री ने कहा कि धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र, जिसे गीता की धरती के नाम से जानते हैं, के विकास पर लगभग 250 करोड़ रुपये की अनेक परियोजनाएं क्रियान्वित की जा रही हैं। हाल ही में, कुरुक्षेत्र में संवाद केंद्र और अनुभव केंद्र का उद्घाटन हुआ है। कुरुक्षेत्र में भी प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु आते हैं। महाभारत कालीन सभी स्थलों का जीर्णोद्धार करवाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि पंचकूला में श्री माता मनसा देवी और श्री नाडा साहिब गुरुद्वारा, गुरुग्राम में श्री माता शीतला मंदिर आदि में भी जीर्णोद्धार का कार्य चल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार पर्यटन को बढ़ाने के लिए विशेष प्रयास कर रही है। गुरुग्राम में जंगल सफारी विकसित की जा रही है।
इस मौके पर हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञानचंद गुप्ता,कैबिनेट मंत्री श्री कंवर पाल, श्री मूलचंद शर्मा, श्री जय प्रकाश दलाल, डॉ बनवारी लाल, डॉ कमल गुप्ता, हरियाणा विधानसभा उपाध्यक्ष श्री रणबीर गंगवा, राज्य मंत्री श्रीमती सीमा त्रिखा, श्री महिपाल ढांडा, डॉ अभय सिंह यादव, श्री सुभाष सुधा, श्री बिसम्बर सिंह, श्री संजय सिंह और विधायकगण, मीडिया सचिव श्री प्रवीण आत्रेय उपस्थित रहे।